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Friday, May 2, 2025

Adi Shankaracharya Jayanti 2025

 







शंकरं शंकराचार्यं केशवं बादरायणम्।

सुत्र भाश्य कृतौ वन्दे भगवन्तौ पुनः पुनः॥


Salutations again and again to Lord Shiva in the form of Sri Sankaracharya and Lord Vishnu in the form of Veda Vyasa, who were the authors of sutra and bhasya.

શ્રી શંકરાચાર્યના રૂપમાં ભગવાન શિવ અને વેદવ્યાસના રૂપમાં ભગવાન વિષ્ણુને વારંવાર નમસ્કાર, જેઓ સૂત્ર અને ભાષ્યના રચયિતા હતા.

Adi Shankaracharya Jayanti 2025 : हर साल शंकराचार्य जयंती वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है. आपको बता दें कि आदि शंकराचार्य को भगवान शिव का अवतार माना जाता है. इसलिए इस तिथि पर भगवान शिव की विधिपूर्वक पूजा पाठ भी की जाती है. आदि शंकराचार्य हिंदू धर्म के महान प्रतिनिधियों में से एक हैं. इन्होंने भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए चार मठों की स्थापना की जिसमें पूर्व में गोवर्धन और जगन्नाथपुरी (उड़ीसा), पश्चिम में द्वारका शारदामठ (गुजरात), उत्तर में ज्योतिर्मठ बद्रीधाम (उत्तराखंड) और दक्षिण में शृंगेरी मठ, रामेश्वरम (तमिलनाडु) शामिल हैं.


शंकराचार्य ने इन चारों मठों में योग्य शिष्यों को मठाधीश बनाने की परंपरा की शुरुआत की, जिसके बाद से इन मठों के मठाधीश को शंकराचार्य की उपाधि दी जाती है.


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